फ्रांस सरकार के भारत में राजदूत थिएरी माथी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वैज्ञानिक डॉ. वी. आर. ललितांयिका को अपने शीर्ष नागरिक पुरस्कार ‘शेवेलियर ऑफ दी लीजन डी ऑनूर’ (लीजन ऑफ ऑनर) से सम्मानित किया।
2018 में मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम गगनयान परियोजना के निदेशक के रूप में उन्होंने भारत और फ्रांसीसी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी के साथ समन्वय किया। ललितांबिका ने मानव अंतरिक्ष उड़ान पर सीएनईएस और इसरो के बीच सहयोग के लिए पहले संयुक्त समझौते पर हस्ताक्षर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
ललितांबिका, एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अग्रणी है। उन्नत प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञ, ललितांबिका ने इसरो के विभिन्न रॉकेटों, विशेष रूप से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) पर बड़े पैमाने पर काम किया है।
अर्शिया सत्तार फ्रांस का ‘नाइट ऑफ द ऑर्डर ऑफ आर्टस एंड लेटर्स’ 28 नवंबर 2023 को बेंगलुरु में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ ने प्रसिद्ध लेखिका और अनुवादक अर्शिया सत्तार को फ्रांसीसी सरकार के ‘नाइट ऑफ द ऑर्डर ऑफ आर्ट्स एंड लेटर्स’ से सम्मानित किया गया है।
अर्शिया सत्तार, जिनकी आयु 63 वर्ष है और बेंगलुरु में रहती हैं। उनकी रचनाओं में रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों के अनुवाद के साथ-साथ कथासरित्सागर की कहानियाँ भी उल्लेखनीय हैं।
उन्हें “द महाभारत फॉर चिल्ड्रन” के लिए 2022 में बाल साहित्य के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। 2008 में, अर्शिया सत्तार ने डेविड विलियम गिब्सन के साथ साहित्यिक रेजीडेंसी, संगम हाउस की सह- स्थापना की।
मार्च 2023 में प्रारंभ फ्रांस के विला स्वागतम नेटवर्क की सदस्य भी है। इससे पहले यह सम्मान शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय, ऋचा चड्डा, रघु राय, इब्राहिम अल्काज़ी, हबीब तनवीर और उपमन्यु चटर्जी जैसे दिग्गजों को दिया जा चुका है।