पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री, श्री हरदीप सिंह पुरी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रविदास घाट पर शहर के दूसरे फ्लोटिंग कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) मोबाइल रिफ्यूलिंग यूनिट (एमआरयू) स्टेशन का उद्घाटन किया।
इससे पहले वाराणासी के नमो घाट पर दिसंबर 2021 में राज्य का पहला मोबाइल रिफ्यूलिंग यूनिट (एमआरयू) स्टेशन लॉन्च किया गया था। नमो घाट और रविदास घाट फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन एक महारत्न पीएसयू, गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा लगभग 17.5 करोड़ रुपये विकसित किए गए थे।
दिसंबर 2021 से चालू नमो घाट फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन की संपीड़न क्षमता लगभग 15,000 किलोग्राम/दिन है, जिससे प्रति दिन लगभग 1,000 – 1,500 नावें भरी जाती हैं। रविदास घाट पर नया स्टेशन एक सीएनजी मोबाइल रिफ्यूलिंग यूनिट (एमआरयू) है, जिसकी क्षमता 4,000 किलोग्राम / दिन है, जो प्रतिदिन 300 से 400 नावों की आपूर्ति करती है।
सीएनजी डीजल की तुलना में अधिक कुशल और लागत प्रभावी ईंधन है, जो नाविकों को 35-40% अधिक माइलेज प्रदान करता है। सीएनजी पर स्विच करने से नाविकों को बचत होती है, गंगा और वातावरण में प्रदूषण कम होता है।
गेल ने वाराणसी में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) बुनियादी ढांचा बनाने में 350 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। वाराणसी सीजीडी परियोजना प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्घाटन 2018 में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
उत्तर प्रदेश 25 नवंबर “नो नॉन-वेज डे” उत्तर प्रदेश सरकार ने शाकाहारी जीवन शैली के प्रमुख समर्थक साधु टीएल वासवानी की जयंती की स्मृति में 25 नवंबर को “नो नॉन-वेज डे” घोषित किया है। इस निर्णय में उस दिन राज्य के सभी बूचड़खानों और मांस की दुकानों को बंद करना शामिल है।
मीरा आंदोलन की शुरुआत करने वाले शिक्षाविद् साधु थानवरदास लीलाराम वासवानी का जन्म हैदराबाद, सिंध (अब पाकिस्तान में) में एक सिंधी परिवार में हुआ था।