Mokama Ganga Bridge बिहार के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह छह लेन का अत्याधुनिक पुल पटना, बख्तियारपुर और बेगूसराय को जोड़ता है। एशिया का सबसे चौड़ा पुल होने का गौरव पाने वाला यह प्रोजेक्ट यातायात को सहज बनाएगा और यात्रियों का समय बचाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द इसका उद्घाटन करेंगे।
मोकामा गंगा पुल का अद्भुत डिज़ाइन
मोकामा छह लेन गंगा पुल का डिज़ाइन बेहद आधुनिक और मजबूत है। यह केवल 18 विशाल पिलर पर टिका हुआ है, जो गंगा नदी की सुंदरता को बाधित किए बिना स्थिरता प्रदान करता है। इसकी 34 मीटर चौड़ाई इसे एशिया का सबसे चौड़ा पुल बनाती है, जो तकनीकी और इंजीनियरिंग का शानदार उदाहरण है।
सोलर पैनल और डिजिटल स्क्रीन सुविधा
इस पुल पर पर्यावरण के अनुकूल सोलर पैनल लगाए गए हैं, जो सड़क लाइट्स को बिजली प्रदान करते हैं। साथ ही, हर 500 मीटर पर डिजिटल स्क्रीन, कैमरे और इमरजेंसी कॉल पॉइंट यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। यह आधुनिक फीचर्स इसे बिहार के सबसे हाई-टेक प्रोजेक्ट्स में शामिल करते हैं।
दो घंटे का सफर आधे घंटे में
इस पुल के बनने से यात्रा का समय काफी कम हो गया है। पहले पटना से बेगूसराय या बख्तियारपुर पहुंचने में लगभग दो घंटे लगते थे, अब यह दूरी केवल 30 मिनट में पूरी हो रही है। यह पुल ट्रैफिक जाम की समस्या को भी पूरी तरह खत्म कर देगा।
एशिया का सबसे चौड़ा गंगा पुल
मोकामा छह लेन पुल एशिया का सबसे चौड़ा पुल है, जिसकी चौड़ाई 34 मीटर है। इसकी चौड़ाई और तकनीकी विशेषताएं इसे अन्य सभी गंगा पुलों से अलग बनाती हैं। केवल 18 पिलरों पर खड़ा यह पुल इंजीनियरिंग की नई ऊंचाइयों को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन
हालांकि पुल पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है, लेकिन इसका औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल्द किया जाएगा। उद्घाटन के बाद यह पुल बिहार के बुनियादी ढांचे को नई पहचान देगा और इसे राज्य का गौरवशाली प्रोजेक्ट बना देगा।