केंद्र सरकार द्वारा संचालित किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना को 1998 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी कृषि संबंधी आवश्यकताओं के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को केवल 4% की ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध कराया जाता है। योजना के तहत ब्याज दर 9% होती है, जिसमें से 2% की सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा दी जाती है। साथ ही, यदि किसान एक वर्ष के भीतर लोन का भुगतान कर देते हैं, तो उन्हें पुनः लोन प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
KCC लोन योजना के लाभ:
- आसान प्रक्रिया: इस योजना के तहत लोन प्राप्त करना अन्य लोन की तुलना में आसान है।
- कम ब्याज दर: योजना के अंतर्गत केवल 4% की ब्याज दर पर लोन मिलता है।
- लोन की योग्यता: किसान की भूमि के आधार पर लोन की राशि तय होती है।
- दोबारा लोन की सुविधा: समय पर लोन चुकाने पर पुनः लोन की सुविधा मिलती है।
आवेदन के लिए योग्यता:
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदनकर्ता किसान होना चाहिए और उसके पास खेती योग्य जमीन होनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- खसरा खतौनी
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन प्रक्रिया:
- बैंक में जाएं: अपने नजदीकी बैंक की शाखा में जाएं।
- मैनेजर से संपर्क करें: वहां के ब्रांच मैनेजर से किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी लें।
- आवेदन पत्र प्राप्त करें: आवेदन पत्र प्राप्त करें और उसे ध्यानपूर्वक भरें।
- दस्तावेज़ संलग्न करें: मांगे गए दस्तावेज़ों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें।
- आवेदन पत्र जमा करें: आवेदन पत्र को बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े अधिकारी के पास जमा करें।
- जांच और स्वीकृति: आवेदन पत्र की जांच के बाद, सही पाए जाने पर आपको किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान कर दिया जाएगा।
इस योजना का लाभ लेने के लिए ऊपर दिए गए सभी चरणों का पालन करें और कम ब्याज दर पर कृषि संबंधी लोन प्राप्त करें।