केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए ये परीक्षाएँ फरवरी-मार्च 2025 में आयोजित की जाएँगी। इस साल, बोर्ड ने छात्रों के तनाव को कम करने और अधिक व्यावहारिक शिक्षा पर जोर देने के लिए कई नए निर्णय लिए हैं।
मुख्य बदलाव:
1. दो बोर्ड परीक्षाओं का विकल्प
CBSE ने इस साल से छात्रों को एक नया विकल्प दिया है। अब छात्र “स्टैंडर्ड” (मानक) और “बेसिक” (मूल) दो स्तरों में परीक्षा दे सकते हैं। गणित और विज्ञान जैसे विषयों में यह विकल्प उपलब्ध होगा।
2. प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क पर अधिक जोर
इस बार 12वीं कक्षा में प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट का वेटेज 30% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया है, ताकि छात्र रट्टा मारने के बजाय व्यावहारिक ज्ञान पर ध्यान दें।
3. MCQ पैटर्न में बदलाव
10वीं की परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) का अनुपात बढ़ाया गया है, लेकिन अब इनमें केस-आधारित और क्रिटिकल थिंकिंग प्रश्न भी शामिल किए जाएँगे।
4. डिजिटल मार्किंग सिस्टम
CBSE अब ऑनलाइन मार्किंग को और व्यापक बना रहा है, जिससे रिजल्ट जल्दी और पारदर्शी तरीके से घोषित किए जा सकें।
छात्रों के लिए तैयारी के टिप्स:
- NCERT की किताबों पर फोकस करें, क्योंकि 70% प्रश्न इन्हीं से आते हैं।
- सैंपल पेपर्स और पिछले साल के प्रश्न पत्र हल करें।
- टाइम मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखें, खासकर 12वीं के छात्रों को।
- प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क को नजरअंदाज न करें, क्योंकि अब इनका महत्व बढ़ गया है।
CBSE के एक अधिकारी ने बताया, “हमारा उद्देश्य छात्रों को रटने के बजाय समझने और एप्लाई करने की क्षमता विकसित करने में मदद करना है।”
परीक्षा की डेट शीट जल्द ही CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जारी की जाएगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए बोर्ड की वेबसाइट और समाचार स्रोतों पर नजर बनाए रखें।
यह एक काल्पनिक समाचार लेख है, जिसे CBSE 2025 परीक्षा के संभावित बदलावों के आधार पर तैयार किया गया है। आधिकारिक जानकारी के लिए CBSE की वेबसाइट देखें।