सीतामढ़ी जिले के परिहार प्रखंड में कुम्मा-बेला पथ पर स्थित सौरभर, मनपौर, डिमाही बेला और मच्छपकौनी गांवों के किनारे अब पक्के नाले बनाए जाएंगे। इस योजना से ग्रामीणों को बारिश के मौसम में जलजमाव की परेशानी से राहत मिलेगी। इसके साथ ही रीगा-ढेंग मार्ग पर ससौला देवी स्थान के पास स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप भी RCC नाले का निर्माण कराया जाएगा, जिससे स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने में आसानी होगी।
मधुबनी और कैमूर जिलों में भी होंगे महत्वपूर्ण कार्य
मधुबनी जिले में राजनगर-बाबूबरही-खुटौना मुख्य सड़क पर स्थित बाबूबरही बाजार क्षेत्र की सड़क की मरम्मत का कार्य किया जाएगा, जिससे यातायात में सुधार होगा। वहीं, कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड में रामगढ़-दुर्गावती मार्ग पर देवहलिया बाजार के दोनों किनारों पर पक्के नाले बनाए जाएंगे। इससे बाजार क्षेत्र में जलनिकासी की समस्या खत्म होगी।
पटना को मिलेगी स्मार्ट सड़क परियोजनाएं
- किदवईपुरी पथ का निर्माण
- नागेश्वर कॉलोनी में राजीव प्रताप रूड़ी के घर से बोरिंग कैनाल रोड तक संपर्क पथ
- बाजार समिति मोड़ से सैदपुर नहर तक सड़क का चौड़ीकरण
- गुड़ की मंडी से भिखना पहाड़ी तक सड़क निर्माण
- गोसाईं टोला मोड़ से अल्पना मार्केट होते हुए हाउस नंबर 250 तक की सड़क योजना
- सरिस्ताबाद से 70 फीट बायपास रोड तक नई सड़क की स्वीकृति
इन परियोजनाओं से पटना में लंबे समय से चली आ रही ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आने की संभावना है।
सरकार की मंशा और योजनाएं
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि इन परियोजनाओं का मकसद न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारना है, बल्कि मानसून के दौरान जलजमाव की समस्या से भी निजात दिलाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भविष्य में अन्य जिलों के लिए भी कई नई योजनाएं लेकर आएगी ताकि पूरे बिहार में यातायात और आधारभूत संरचना का स्तर सुधरे।
स्थानीय जनता को मिलेंगे कई फायदे
इन विकास योजनाओं से संबंधित क्षेत्रों में व्यापार और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। स्थानीय लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी, जिससे यात्रा में समय की बचत होगी और आम जनजीवन सुगम होगा। इससे सामाजिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
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