आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के नाम से भी जाना जाता है, आज देश के करोड़ों गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए वरदान बन चुकी है।

इस योजना के तहत गरीब परिवारों को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। 7 मई 2025 को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार अब तक इस योजना का सबसे बड़ा लाभार्थी राज्य बनकर उभरा है।
बिहार के अस्पतालों की संख्या और नेटवर्क
बिहार में 1100 से अधिक अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है। यह देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है। इससे यह साफ है कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस योजना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह सक्रिय हैं।
बिहार सरकार ने निजी और सरकारी अस्पतालों को इस योजना के तहत जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया, जिससे गरीब परिवारों को पास के अस्पताल में भी आसानी से इलाज मिल सके।
अब तक मिला 1000 करोड़ से अधिक का लाभ
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बिहार के लाभार्थियों को अब तक ₹1000 करोड़ से अधिक की स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में मिल चुकी हैं। यह दर्शाता है कि योजना का क्रियान्वयन बिहार में कितनी प्रभावशाली तरीके से हो रहा है।
लाखों लोगों ने इस योजना का फायदा उठाकर गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट आदि का मुफ्त इलाज करवाया है।
गांव-गांव तक पहुंची योजना
बिहार जैसे राज्य में जहां स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित थीं, वहां आयुष्मान भारत योजना ने बड़ा बदलाव किया है। हर जिले और ब्लॉक स्तर पर योजना की पहुंच सुनिश्चित की गई है।
राज्य सरकार द्वारा “आयुष्मान मित्रों” की नियुक्ति और हेल्पलाइन केंद्रों की स्थापना ने भी योजना की पहुंच और जागरूकता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
कैसे बनाएं आयुष्मान कार्ड?
अगर आप बिहार निवासी हैं और आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप अपना आयुष्मान कार्ड ऐसे बनवा सकते हैं:
- pmjay.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- “Am I Eligible” सेक्शन में अपना मोबाइल नंबर या राशन कार्ड डालें।
- पात्रता होने पर नजदीकी CSC सेंटर जाकर आयुष्मान कार्ड बनवाएं।
- यह कार्ड बनवाना पूरी तरह मुफ्त है।
बिहार की स्वास्थ्य क्रांति में एक कदम आगे
बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं, लेकिन आयुष्मान भारत योजना ने इसमें सकारात्मक बदलाव लाया है। गरीब मरीजों को अब इलाज के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ता, और उन्हें समय पर चिकित्सा सुविधाएं भी मिल रही हैं।
राज्य सरकार यदि इसी तरह योजना को मजबूत करती रही, तो आने वाले समय में बिहार देश का स्वास्थ्य मॉडल बन सकता है।
निष्कर्ष
बिहार में आयुष्मान भारत योजना ने नई उम्मीदें जगाई हैं। 1100+ अस्पतालों का नेटवर्क, ₹1000 करोड़ से अधिक का लाभ, और व्यापक जनजागरूकता के चलते यह राज्य अब स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश का अग्रणी बन गया है।
अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को इलाज की जरूरत है और आप योजना के पात्र हैं, तो आज ही आयुष्मान कार्ड बनवाएं और इस जीवन रक्षक योजना का लाभ उठाएं।