फार्मासिस्ट बनने के लिए उम्मीदवार को 12वीं पास होना आवश्यक है। 12वीं कक्षा में फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बायोलॉजी या मैथ्स सब्जेक्ट से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स बैचलर ऑफ फार्मेसी (B.Pharm) की डिग्री हासिल कर सकते हैं। यह डिग्री प्रोग्राम 4 साल का होता है। इसी क्षेत्र में आगे पढ़ाई करना चाहते हैं तो मास्टर ऑफ फार्मेसी (M.Pharm) भी कर सकते हैं, जो कि दो साल का प्रोग्राम होता है।
प्रवेश प्रक्रिया
B.Pharm प्रोग्राम में प्रवेश लेने के लिए कई राज्यों और यूनिवर्सिटियों में एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किए जाते हैं। इस परीक्षा में आने वाले नंबर के आधार पर कॉलेज में प्रवेश मिलता है। कुछ प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम में Cuet और राज्य स्तरीय परीक्षाएं शामिल हैं।
करियर विकल्प
फार्मासिस्ट बनने के बाद आपके पास कई करियर विकल्प होते हैं:
- अस्पताल और क्लिनिक: मरीजों को दवाई देने का काम करते हैं।
- रिटेल फार्मेसी: अपना मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं या किसी रिटेल फार्मेसी में जॉब कर सकते हैं।
- फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री: दवाई उत्पादन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और गुणवत्ता नियंत्रण के रूप में काम कर सकते हैं।
सैलरी
फार्मासिस्ट की सैलरी विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे अनुभव, नौकरी स्थान और कार्यक्षेत्र। शुरुआती सैलरी 2.5 लाख से 4 लाख तक सालाना हो सकती है, जो आपके काम और अनुभव के आधार पर बढ़ती रहती है और 8 लाख सालाना से 12 लाख तक भी हो सकती है।